हेलो दोस्तों आप सभी का मेरे ब्लॉग पावर ऑफ़ डे ट्रेडिंग में स्वागत है।
तो फ्रेंड्स आज हम बात करेंगे इंट्राडे ट्रेडिंग में रिस्क मैनेजमेंट के बारे में की
किस तरह हम इंट्राडे ट्रेडिंग में रिस्क मैनेजमेंट का उपयोग करके अपने
केपिटल को पूरा साफ होने से बचा सकते है तो फ्रेंड्स रिस्क मैनेज के कुछ
इम्पोर्टेन्ट पॉइंट है जिनको हम यहाँ देखेंगे और उनका उपयोग करके मार्किट
में कैसे बड़ा लोस होने से बच सकते है
- २ % का नियम -
- दुनिया भर में रिस्क मैनेज के लिए डे ट्रेडिंग में २% का का रूल लोग
- फॉलो करते है मतलब जितना आपका कपिटल है उसका २% से
- अधिक लोस्स नहीं होना चाहिए
- जैसे अगर आपके ट्रेडिंग अकाउंट में १०००० केपिटल है तो उसका २%
- २०० रूपए होता है तो आप इस हिसाब से ट्रेड लेना चाहिए ही आप का लोस्स २०० रूपए से
- अधिक न हो और प्रॉफिट १:१/१:२ होना चाहिए इस हिसाब से अगर
- आप ट्रेड लेते तो आप एक बेस्ट ट्रेडर बन सकते और आप काफी दिन
- तक मार्किट में बने रह सकते
- २-बिगिनर सुरबत में कम शेयर से ट्रेडिंग करे एक्शन बनने पर ही ट्रेड ले
- ३-स्टॉपलॉस का उपयोग डे ट्रेडिंग में हमेसा करे
अगर आप इन सभी रूल को फॉलो करते तो आप एक सफल ट्रेडर सकते